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Bihar Board Class 10th vvi question Answer 2023 :बिहार बोर्ड क्लास 10th हिंदी साहित्य महत्वपूर्ण क्वेश्चन आंसर

 

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बिहार बोर्ड क्लास 10th हिंदी साहित्य

(1) सीता अपने ही घर में क्यों घुटन महसूस करती थी.

सीता के पति के मरते हुए घर की स्थिति दयनीय हो गई थी भाइयों में आपसी मतभेद उत्पन्न हो गए थे वह केवल अपनी पत्नी और संतान में ही सिमट गए और मां की देखरेख एवं भरण पोषण के लिए तीनों भाइयों ने एक महीना का पाली बांध लिया कि तक किसी भी बेटे के साथ जाती है तू उन्हें अंतर मन दुखी महसूस करती हैं बहू की कड़वी बातें उसे छुट्टी रहती है अपनी ही संतान सेवा हो गई है अपने मन के किसी सेवक का नहीं सकती नहीं करने की ऐसी ताप नहीं घर में घुटन महसूस करती है.

Source  Internet

(2) लेकिन क्यों लगता है कि जैसे उस पर भारी दायित्व आ गया है .

नौकर बनने हेतु दिल बहादुर खड़ा है निर्मला घर के कामों से परेशान होती है नौकर वाले लोग मौत से रहती हैं लेखक के सामने खड़ा है नौकर बनने की बहादुर 19 करेक्शनल उसके लिए निहायत जरूरी है इस स्थिति में लेखक को लगता है कि जैसे उस पर एक बार ही बड़ा दायित्व आ गया.

(3) बहादुर अपने घर से क्यों भाग गया था।

बहादुर की माउस माउस को बहुत मारती थी यह दिन भैंस के कारण गुस्सैल गांव ने कुशल मानव शुद्ध मारो कर कर मार दिया था बहादुर उसी गुस्से प्रभाव बहुत नाराज हो गया था और अब आपने घर से भाग चला गया था इसी कारण बहादुर अपने घर छोड़कर भाग गया था
अगर वह कुछ चुरा कर ले गया तो संतोष हो जाता है।
बहादुर शीर्षक से ली गई यह रचना जिसके कहानीकार अमरकांत जी हैं कहानी के संदर्भ में बहादुर जैसा कर्मठ व ईमानदार नौकर बिना तनख्वाह लिए सब कुछ छोड़ कर भाग जाता है तब किशोर बहादुर को खोजने के लिए पूरे शहर को छोड़ डालता है बाद में कहीं नहीं मिला था अंत में किशोर निर्मला से कहता है की अम्मा आदि ।

 

Bihar Board Class 10TH VVI

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(4) बहादुर के आने से लेकर के घर और परिवार सदस्य पर कैसा प्रभाव पड़ा।

बहादुर के आने से लेखक सहित घर और परिवार वाले सदस्य पर विशेष प्रभाव पड़ा लेखक मिठाई का एहसास होने लगा कि वह बहादुर इंसान व्यक्ति था जिसे हम लोग बहुत दुखी कर दिए थे।

(5) किन कारणों से बहादुर ने एक दिन लेखक घर छोड़ दिया था।

बहादुर ईमानदार कर्मठ मौका था जब तक बहादुर को सदस्य का प्यार मिलता रहा वाले के घर काम करता रहा जब लेखक का पुत्र की शुरू से पीटने लगा और वाहन सर्च करता रहा और सातारा जब घर की मालकिन ई नियमाला उस पर हाथ उठाए तो दिवस आता रहा परंतु जब लेखक भी बिना गलती उसकी पिटाई करते हैं तो उसका ह्रदय फट जाता हो जाता हुआ बना दिया जाता है कि इस घर में कोई नहीं है मेरे बहादुर को घर छोड़ दिया।

(6) बहादुर के चले जाने पर सब को पछतावा क्यों आता होता है।

बहादुर के चले जाने पर सब को पछतावा हुआ क्योंकि बहादुर जैसे ईमानदार कर्मठ नौकर अब कहां मिल सकता है तथा वह कुछ भी नहीं ले गया उसने अपना तनखा भी छोड़ कर चला गया उस पर गलत आरोप लगने लगे सबको अपनी मर्यादा को कर उसकी पिटाई कर दी उसे कोई नहीं मानने लगा उसे बहुत दुखी करने लगा इसी कारण इंसान गलतियों का नशा को प्रस्ताव होता है और बहादुर को बहुत भला बुरा कह कर बहुत ज्यादा पिटाई कर दिया इसी कारण वह चला गया था और इसी कारण बिना कोई गलती को से सब कोई मारता था इसी कारण उसको बहुत पछतावा होता था इसी कारण घरवालों को उसको पछतावा होता है।

(7) कवि भारत माता को गीता प्रकाश ने मानकर विज्ञान मूड क्यों कहते हैं.

 

भारत माता के मोहसीन युक्ति दिख रही है जैसा अंधकार सिद्ध की गुलामी के कारण आग चुकी है आकाश बाग बाग से आच्छादित है भारत माता के मुख्य मंडल की शोभा क्लिप चंद्रमा से उपमा देने का योग है.

(8) लक्ष्मी कौन थी उसकी परिवारिक परिस्थितियों का चरित्र चित्रण प्रस्तुत कीजिए.

लक्ष्मी ढाते विश्वास कहानी का प्रमुख पात्र है उसका पति लक्ष्मण कोलकाता मैं जाकर नौकरी करता था पति द्वारा प्राप्त राशि पुस्तक घर गृहस्ती नहीं चल पाता था तो आपने तहसीलदार शहर की घर जाकर काम कर किसी तरह अपना जीवन यापन कर लेती थी पूर्वजों के द्वारा छोड़ा गया एक बीघा खेती किसी तरह लक्ष्मी ने उसको खेती करवाती थी.

(9) मंगम्मा अपनी बहू के साथ किस बात को लेकर विवाद में था.

संसार का सबसे बात है कि सास और बहू में स्वतंत्रता की होड़ लगी रहती है मां बेटों पर से अपना हक नहीं छोड़ना चाहती हो और बहू पति पर अधिकार जगाना चाहती है बहू ने किसी बात को लेकर अपने बेटे को खूब पीटा मगामा अपने पति की पिटाई से बीच हुए होकर बहू को भला बुरा कह दिया बेटे पर अधिकार से लेकर मगामा और उसकी बहू ने विवाद चलता रहता था.

(10) बहू ने सास को मारने के लिए कौन-कौन सा तरीका अपनाया गया था.

जब बहू को रगप्पा के द्वारा ज्ञात हुआ कि उसकी सास ने रंगप्पा को कर देने से संस्कृत प्रदान की है तब उसने बेटों को ढाल बनाकर पैसे लेने की तरीका सोचने लगी हुआ जानती है कि उसकी सास ने अपने पोते को बहुत प्यार करती है पता उसने अपने बेटे को दादी के पास रहने के लिए भेज दिया था.

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Ranjay Kumar is a Bihar native with a Bachelor's degree in Journalism from Patna University. With three years of hands-on experience in the field of journalism, he brings a fresh and insightful perspective to his work. Ranjay is passionate about storytelling and uses his roots in Bihar as a source of inspiration. When he's not chasing news stories, you can find him exploring the cultural richness of Bihar or immersed in a good book.

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