WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Bihar Board Class 10Th vvi Hindi Subjective Question Answer 2023 :बहादुर -अमरकांत बिहार बोर्ड क्लास 10TH हिंदी साहित्य

बहादुर -अमरकांत बिहार बोर्ड क्लास 10TH हिंदी साहित्य

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

(1) लेखक को क्यों लगता है कि जैसे उस पर एक भारी दायित्व आ गया हो।

Ans नौकर बनने के बाद दिल बहादुर खड़ा है निर्मला घर के कामों से परेशान रहती है नौकर वाले लोग मौत से रहती है लेखक के सामने खड़ा है नौकर बनने की बहादुर है नौकर रखना उसके लिए निहायत जरूरी है इस स्थिति में लेखक को लगता है कि जैसे उस पर एक भारी दायित्व आ गया है

(2) बहादुर अपने घर से क्यों भाग गया था।

Source  Internet

Ans बहादुर की माउस माउस को बहुत मारती थी यह दिन भैंस के कारण गुस्सैल गांव ने कुशल मानव शुद्ध मारो कर कर मार दिया था बहादुर उसी गुस्से प्रभाव बहुत नाराज हो गया था और अब आपने घर से भाग चला गया था इसी कारण बहादुर अपने घर छोड़कर भाग गया था

(3) अगर वह कुछ चुरा कर ले गया तो संतोष हो जाता है।

Ans बहादुर शीर्षक से ली गई यह रचना जिसके कहानीकार अमरकांत जी हैं कहानी के संदर्भ में बहादुर जैसा कर्मठ व ईमानदार नौकर बिना तनख्वाह लिए सब कुछ छोड़ कर भाग जाता है तब किशोर बहादुर को खोजने के लिए पूरे शहर को छोड़ डालता है बाद में कहीं नहीं मिला था अंत में किशोर निर्मला से कहता है की अम्मा आदि

(4) बहादुर के आने से लेकर के घर और परिवार सदस्य पर कैसा प्रभाव पड़ा।

Ans बहादुर के आने से लेखक सहित घर और परिवार वाले सदस्य पर विशेष प्रभाव पड़ा लेखक मिठाई का एहसास होने लगा कि वह बहादुर इंसान व्यक्ति था जिसे हम लोग बहुत दुखी कर दिए थे।

 

10Th vvi  Hindi Subjective Question Answer 2023
10Th vvi Hindi Subjective Question Answer 2023

(4) सीता अपने ही घर में क्यों घुटन महसूस करती थी।

Ans सीता के पति के मरते ही घर देनी हुई थी सीता के भाइयों मैं आपसे बहुत अधिक मतभेद उत्पन्न हो गए थे वह केवल अपनी पत्नी और संतान में ही सिमट गए हैं मां की देखरेख एवं भरण पोषण कोलन के लिए तीन भाई में एक 1 महीने की पाली बांध दिया गया था सीता किसी भी बेटे के साथ रहती थी है तो अंतर्गत अंतर्मन से दुखी रहती थी और वह हमेशा दुखी हुई आजाद देती थी यही कारण अपने ही घर में घुटन महसूस करती थी

(5) किन कारणों से बहादुर ने एक दिन लेखक घर छोड़ दिया था।

Ans बहादुर ईमानदार कर्मठ मौका था जब तक बहादुर को सदस्य का प्यार मिलता रहा वाले के घर काम करता रहा जब लेखक का पुत्र की शुरू से पीटने लगा और वाहन सर्च करता रहा और सातारा जब घर की मालकिन ई नियमाला उस पर हाथ उठाए तो दिवस आता रहा परंतु जब लेखक भी बिना गलती उसकी पिटाई करते हैं तो उसका ह्रदय फट जाता हो जाता हुआ बना दिया जाता है कि इस घर में कोई नहीं है मेरे बहादुर को घर छोड़ दिया।

(6) बहादुर के चले जाने पर सब को पछतावा क्यों आता होता है।

Ans बहादुर के चले जाने पर सब को पछतावा हुआ क्योंकि बहादुर जैसे ईमानदार कर्मठ नौकर अब कहां मिल सकता है तथा वह कुछ भी नहीं ले गया उसने अपना तनखा भी छोड़ कर चला गया उस पर गलत आरोप लगने लगे सबको अपनी मर्यादा को कर उसकी पिटाई कर दी उसे कोई नहीं मानने लगा उसे बहुत दुखी करने लगा इसी कारण इंसान गलतियों का नशा को प्रस्ताव होता है और बहादुर को बहुत भला बुरा कह कर बहुत ज्यादा पिटाई कर दिया इसी कारण वह चला गया था और इसी कारण बिना कोई गलती को से सब कोई मारता था इसी कारण उसको बहुत पछतावा होता था इसी कारण घरवालों को उसको पछतावा होता है।

यहाँ से करे पीडीएफ डाऊनलोड

Ranjay Kumar is a Bihar native with a Bachelor's degree in Journalism from Patna University. With three years of hands-on experience in the field of journalism, he brings a fresh and insightful perspective to his work. Ranjay is passionate about storytelling and uses his roots in Bihar as a source of inspiration. When he's not chasing news stories, you can find him exploring the cultural richness of Bihar or immersed in a good book.

यहाँ से जाने पूरी खबर